शनिवार, 20 जून 2020

खुदखुशी

खुदखुशी 

आज   चिंतित    दुःखी , मन  ये  उद्विगना   है | 
क्या  मूल्य  जीवन  का, कमतर यू संदिग्घ है || 

खुदखुशी   हो   गयी   क्यों  , बड़ी  आज कल | 
जिंदगी  छुद्र   रुढ़   ,क्यों   गिरी   धरती   पर ||  

क्यों   टूटते     सिसकते   ,तड़पते   ये    सपने | 
सिसकियों   में   सिमटते   ,मचलते   ये सपने || 

मुस्कराहट     का     चेहरा     ,मुखौटा    लिए | 
घूमते     मिथ्या     खुशियाँ     ,प्रसन्ता     लिए || 

पीछे  इन  नकली   भ्रमित,  करती  मुस्कान में | 
क्या   छिपा  है    कष्ट  ,दुःख  के  तरणताल में || 

क्या   जरुरी   नहीं  मन   ग्रंथि ,खोले अब सभी | 
दुःख  रुस्वाई खुलकर ,मन की बोले अब सभी || 

दूर       हो   जाएगी   ,मन   की पीर शिथिलता  | 
हो   न   किंचित  उपेक्षित , कर  ये दृढ़ फ़ैसला || 

क्यों  न   खुलकर  कहते, अपने   मन की व्यथा | 
किस   तरफ   चल  पड़ा , अब युवाजन सर्वथा || 

आत्म      हत्या        न  ,कोई      समाधान     है | 
इस      अमूल्य    ,जीवन    का   अपमान     है || 

मुक्ति   बिलकुल    नहीं  , प्राप्त   होती   इससे   | 
क्रुद्ध   भगवान    प्रकृति  , होती   है बस इससे || 

मिलता      सम्मान      न  , लोक   परलोक   में | 
बिलखते    रहते     परिवार   , बस   शोक    में || 

आत्मा   जब   देखती    ,होगी     इस    दृश्य  को | 
कोसती   ग्लानि    करती   , अपने  औचित्य को || 

हाय      ऐसा      कदम   , क्यों       मैंने     लिया | 
क्रोध    कुंठा    की  अग्नि में, प्राण आहुति दिया || 

क्या    मिला    मुझको   ,ऐसा      कृत्य     करके | 
जीत    जाता     शायद    ,लड़ता    नित्य  उठके || 

मन   अवस्था    को   अपने  , बदल    सकता  था | 
इस   खुदखुशी    से    शायद ,मै  बच  सकता था || 

सिर्फ  अपने    आत्मबल  , को   जगाने   का    था | 
इस    अमूल्य    जीवन   ,को    बचाने    का    था || 

ठीक   हो    नहीं    सकता  , ऐसा   कुछ  तो  न था |
प्रेम   जीवन    के    प्रति   ,बस    जगाने   का   था || 

राह   पर    अपने    खुद   के  , लौट   आने का था | 
आत्म     हत्या   से  , खुद   को    बचाने   का    था || 

 जीवन     में       बहुत    कुछ  , अभी   पाने   को  था | 
नव     सृजन      कर   ,जीवन    चलाने   का     था || 

आत्म    हत्या   से    खुद    को   बचाने   का था.....  

_ सन्तोष कुमार तिवारी 

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